कोरोना वायरस के मामले लापरवाही की वजह से देश में बढ़ रहे हैं

हमारे देश में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों की संख्या हर रोज बढ़ रही है। अब तक 75 लोगों में इसकी पुष्टि हो चुकी है और एक की मौत हो चुकी है। एहतियाती कदम उठाते हुए सरकार ने विदेश से आने वालों के वीजा भी रद कर दिए हैं। लेकिन संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है।



दरअसल, छोटी-छोटी नासमझियों के चलते हमारे देश में संक्रमण के शिकार लोगों की संख्या बढ़ रही है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाए एक संक्रमित व्यक्ति ने इसी प्रकार की लापरवाही की, जिसकी वजह से उन्होंने स्वयं के साथ कई और लोगों तक संक्रमण का खतरा बढ़ा दिया है। प्रारंभिक लक्षणों के बाद भी वो लगातार मेट्रो तथा कैब का उपयोग करते रहे। तबीयत खराब होने पर निजी अस्पताल में इलाज कराया और दोबारा आवागमन शुरू कर दिया।

अंतत: जब तबीयत बेहद खराब हुई, तब जाकर कोरोना की जांच कराई और भर्ती हुए। अब सोचिए कि इतने समय में उनके संपर्क में कितने लोग आए होंगे। वो लोग जो मेट्रो में थे, कैब में थे और उनके दफ्तर में थे। उन सभी को इस संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।

हमारे देश में सर्दी-खांसी को आम बीमारी के रूप में देखा जाता है। ऐसा होने पर घरेलू नुस्खों से लेकर काउंटर सेल में मिलने वाली दवाएं तक व्यक्ति खुद ही इस्तेमाल कर लेता है। लेकिन पिछले ढाई महीने से पूरी दुनिया में कोरोना महामारी की चर्चा है। 

हर ओर इससे बचने के उपाय और तरीके बताए जा रहे हैं। बावजूद इसके लोग इस बीमारी के प्रति लापरवाही बरत रहे हैं। स्वास्थ्य एजेंसियां और सरकार लगातार विज्ञापनों तथा हर संभव तरीके से जनसंदेश पहुंचाने का प्रयत्न कर रही हैं। 

जनता से आग्रह किया जा रहा है कि वो हर संभव स्वच्छता रखें। खांसते-छींकते समय कैसी सावधानी बरतें। भीड़-भाड़ में जाने से बचें। लगातार साबुन से अपने हाथ धोते रहें। यदि किसी को सर्दी-खांसी-जुकाम है तो वो मास्क से अपने चेहरे को ढंककर रखे। यदि निर्देशों का पालन सभी नागरिक करें तो निश्चित तौर पर हम न सिर्फ कोरोना को हरा पाएंगे बल्कि इसे फैलने से रोककर देश तथा अपने नागरिकों की मदद करेंगे।