अपने घरों में रहकर कोरोना वायरस के खिलाफ छिड़ी जंग को जीतना होगा

देश में लॉकडाउन के दौरान जो परिस्थिति बनी हुई है वह अपने जीवन में पहली बार देखी है। इससे पहले भी आपातकाल और क‌र्फ्यू जैसा माहौल देखा है, लेकिन आज की स्थिति पर विश्वास नहीं हो रहा है। यह कहना है कि कुंवर निहाल सिंह (75) का। उन्होंने कोरोना वायरस के संकट को देख अपने अनुभव साझा किए। कहा, घरों में रहकर कोरोना वायरस के खिलाफ छिड़ी जंग को जीतना होगा।



नगर की दुर्गा विहार कालोनी निवासी नमामि गंगे राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (गंगा विचार मंच) के प्रदेश सह संयोजक कुंवर निहाल सिंह ने बताया कि देश में चेचक, स्वाइन फ्लू, डेंगू जैसी गंभीर बीमारियों से लड़ी जंग को देखा। आपातकाल और क‌र्फ्यू भी देखा, लेकिन आज जैसी स्थिति कभी उत्पन्न नहीं हुई। देश के इतिहास में यह पहला मौका है कि जब लॉकडाउन जैसी स्थिति उत्पन्न हुई है, जिसमें लोग स्वैच्छिक रूप से घरों में कैद हैं। जबकि क‌र्फ्यू में लोगों पर कई प्रकार की बंदिश लगाई जाती थी और वे डर के कारण घरों में रहते थे।


विश्व के अन्य देशों में कोरोना महामारी से हुए नुकसान को देखते हुए कुंवर निहाल सिंह ने अपनी सरकार की सराहना की। कहा कि देश में लॉकडाउन का फैसला सर्वोत्तम सिद्ध हुआ है। अमेरिका और इटली जैसे देश इस संकट से लड़ नहीं सके और कई देशों ने तो लॉकडाउन भी नहीं किया। ऐसे में सरकार ने अपने देश की स्थिति का आंकलन करते हुए जो फैसला लिया है, वह पूर्णत: सही है। उन्होंने सरकार फैसले में सहयोग की अपील की। साथ ही संकट काल में ड्यूटी करने वाले डाक्टर, मेडिकल स्टाफ, पुलिस आदि का सहयोग करते हुए उनके लिए प्रार्थना करने की बात कही।